आज के समय में Electric Kick Scooter सिर्फ एक ट्रेंड नहीं बल्कि शहरी जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे ऑफिस तक का छोटा सफर हो, कॉलेज जाना हो या फिर लास्ट-माइल डिलीवरी करनी हो – ये हल्के, फोल्डेबल और स्टाइलिश स्कूटर हर जगह काम आते हैं। भारत में 2025 तक इनकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी है, खासकर मेट्रो शहरों में जहां ट्रैफिक और पार्किंग दोनों बड़ी समस्या हैं।
सरकारी FAME-II सब्सिडी, कम चार्जिंग कॉस्ट और जीरो एमिशन ने इन्हें आम लोगों के लिए किफायती बना दिया है।
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Table of Contents
Electric Kick Scooter: एक नज़र में

- हल्के और फोल्डेबल (10–20 किग्रा)
- बैटरी रेंज 15–70 किमी तक (मॉडल पर निर्भर)
- मैक्स स्पीड 25–40 km/h (भारत में 25 km/h तक non-RTO models के लिए लिमिट)
- होम चार्जिंग कॉस्ट: ₹0.15 – ₹0.25/km (पेट्रोल से 80% सस्ता)
- युवाओं, स्टूडेंट्स और डिलीवरी एजेंट्स के बीच तेजी से पॉपुलर
डिज़ाइन: स्टाइल और प्रैक्टिकलिटी का मेल
Electric Kick Scooter का डिज़ाइन slim और मॉडर्न है।
- फोल्डेबल बॉडी – आसानी से कार की डिक्की या ऑफिस कॉर्नर में रख सकते हैं।
- मटीरियल – एल्यूमिनियम और फाइबर फ्रेम, जिससे स्कूटर हल्का और टिकाऊ होता है।
- दो और तीन पहिये वाले मॉडल्स – दो-पहिया मॉडल्स smooth रोड के लिए और तीन-पहिया मॉडल्स बच्चों व नए राइडर्स के लिए।
- LED लाइटिंग और डिस्प्ले – 2025 में लगभग सभी मॉडल्स में standard फीचर बन चुके हैं।
बैटरी और चार्जिंग: दमदार Li-Ion टेक्नोलॉजी
- बैटरी टाइप – Li-Ion सबसे ज्यादा पॉपुलर है; ये हल्की, long-life और fast charging होती है।
- रेंज – 15–40 किमी बेसिक मॉडल्स में, जबकि हाई-एंड मॉडल्स 50–70 किमी तक जा सकते हैं।
- चार्जिंग टाइम – 3–5 घंटे (80% चार्ज 3 घंटे में संभव)।
- स्वैपेबल बैटरी – Bounce Infinity जैसे ब्रांड्स ये सुविधा देते हैं, जिससे delivery workers को काफी आसानी होती है।
- कॉस्ट – होम चार्जिंग की लागत लगभग 15–25 पैसे प्रति किलोमीटर है।
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परफॉर्मेंस: स्पीड और मोटर पावर
- मोटर पावर – 250W से 500W तक, जो daily commuting के लिए ideal है।
- स्पीड लिमिट – भारत में non-RTO मॉडल्स की स्पीड 25 km/h तक सीमित है, जिससे इन्हें बिना लाइसेंस/रजिस्ट्रेशन चलाया जा सकता है।
- हाई-स्पीड मॉडल्स (>25 km/h) – इनके लिए रजिस्ट्रेशन और ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है।
- वोल्टेज कैटेगरी –
- <25V: बच्चों के लिए
- 25–50V: commuters के लिए
- 50V: हाई-स्पीड enthusiasts के लिए
फीचर्स: स्मार्ट टेक्नोलॉजी का नया दौर
- IoT और GPS ट्रैकिंग
- मोबाइल ऐप कनेक्टिविटी
- LED डिस्प्ले (स्पीड, बैटरी स्टेटस)
- ड्यूल ब्रेकिंग सिस्टम (E-ABS + डिस्क ब्रेक)
- राइड मोड्स (Eco, Sport)
- फोल्डेबल डिज़ाइन + वायरलेस लॉकिंग
2025 के premium models (जैसे Segway F3) में टर्न सिग्नल्स और एडवांस्ड ऐप-बेस्ड ट्रैकिंग भी शामिल हैं।
भारत में कीमत और उपलब्ध मॉडल्स
| कैटेगरी | अनुमानित कीमत (₹) | उदाहरण मॉडल्स | रेंज (किमी) | टॉप स्पीड (km/h) |
|---|---|---|---|---|
| एंट्री लेवल | 20,000 – 35,000 | Xiaomi Mi Electric Scooter 3 Lite, Hiboy S2 | 15–25 | 20–25 |
| मिड-रेंज | 35,000 – 50,000 | Segway Ninebot D18E, NIU KQi3 Sport | 25–40 | 25–30 |
| प्रीमियम | 50,000+ | Segway Ninebot Max G3, NIU KQi Air | 40–70 | 30–40 |
👉 EMI और rental options (जैसे Yulu, Bounce) मेट्रो शहरों में उपलब्ध हैं।
सुरक्षा और राइडिंग अनुभव
- हेलमेट – भारत में सभी मोटराइज्ड टू-व्हीलर्स पर अनिवार्य; non-RTO low-speed मॉडल्स पर भी recommended है।
- ब्रेकिंग – ड्यूल ब्रेकिंग सिस्टम से safe राइड।
- वाटर रेसिस्टेंस – IP54+ रेटिंग, लेकिन फ्लडिंग एरिया में avoid करें।
- राइड क्वालिटी – स्मूद, साइलेंट और कम maintenance।
ग्लोबल और भारतीय मार्केट ट्रेंड
- ग्लोबल मार्केट साइज – 2024 में ~$3.8 बिलियन, 2025 में ~$4.2 बिलियन, और 2033 तक ~$8.5 बिलियन (CAGR ~9.3%)।
- एशिया-पैसिफिक ग्रोथ – भारत और चीन सबसे बड़े contributors हैं।
- इंडिया – ग्रीन पॉलिसी, सब्सिडी और shared mobility (Yulu, Bounce) ने adoption को तेज़ किया है।
“एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर इंडस्ट्री की ग्रोथ के बारे में पढ़ा जा सकता है।”
पर्सनल यूज बनाम रेंटल
- पर्सनल यूज – स्टूडेंट्स, प्रोफेशनल्स और डिलीवरी एजेंट्स के लिए किफायती विकल्प।
- रेंटल सर्विस – बेंगलुरु और पुणे जैसे शहरों में Yulu और Bounce जैसे options काफी लोकप्रिय हैं।
व्यक्तिगत अनुभव
मेरे अनुसार Electric Kick Scooter का सबसे बड़ा फायदा इसकी affordability और convenience है। मैंने खुद इन्हें शॉर्ट कम्यूट और मेट्रो कनेक्टिविटी के लिए इस्तेमाल किया है। सबसे अच्छी बात ये है कि petrol खर्च और ट्रैफिक दोनों से छुटकारा मिलता है।
निष्कर्ष (Conclusion)
2025 में Electric Kick Scooter शहरी जीवन का smart, eco-friendly और practical समाधान बन चुका है। अगर आप कम बजट में zero-emission और hassle-free ride चाहते हैं, तो इसे ज़रूर consider करें।
👉 मेरी सलाह: टेस्ट राइड लें, local RTO rules चेक करें और safety gear हमेशा इस्तेमाल करें।
FAQs
Q1: क्या electric kick scooter बच्चों के लिए सुरक्षित है?
हाँ, लो-स्पीड और तीन-पहिया मॉडल्स बच्चों के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं।
Q2: बैटरी लाइफ कितनी होती है?
Li-Ion बैटरीज़ आमतौर पर 500–800 साइकल्स चलती हैं, यानी 2–3 साल।
Q3: क्या लाइसेंस ज़रूरी है?
25 km/h से ऊपर वाले मॉडल्स के लिए हाँ; लो-स्पीड (non-RTO) मॉडल्स के लिए नहीं।
Q4: चार्जिंग कॉस्ट कितनी है?
लगभग ₹0.15 – ₹0.25 प्रति किलोमीटर।
Q5: बारिश में इस्तेमाल कर सकते हैं?
IP54+ रेटेड मॉडल्स normal बारिश झेल सकते हैं, लेकिन गहरे पानी से बचें।
Disclaimer
यह लेख सार्वजनिक डेटा, विश्वसनीय स्रोतों और सितंबर 2025 तक के अपडेट्स पर आधारित है। किसी भी खरीद निर्णय से पहले local dealer, RTO नियम और वारंटी की जानकारी अवश्य लें। यह किसी भी ब्रांड का promotion नहीं है।






