भारत में इलेक्ट्रिक कारों (EVs) की बिक्री लगातार बढ़ रही है। चार्जिंग कॉस्ट, बैटरी लाइफ और मेंटेनेंस की बातें अक्सर होती हैं, लेकिन टायर रिप्लेसमेंट का खर्च भी ज़रूरी है समझने के लिए। EV Tyre Replacement Cost India वास्तविक खर्चों का पता लगाता है, ताकि खरीदार पहले से ही बजट तय कर सके।
EVs का वज़न ज़्यादा होता है (बैटरी के कारण), टॉर्क तुरंत मिलता है—और ये दोनों बातें टायर पहनने की दर को बढ़ाती हैं। आमतौर पर एक टायर 40,000-60,000 किमी तक चलता है, लेकिन EVs में यह अनुमानित रूप से 30,000-50,000 किमी हो सकती है, खासकर खराब सड़कों और तेज़ ड्राइविंग स्टाइल वाला उपयोग हो।
Table of Contents
EV टायर जल्दी क्यों घिसते हैं?

- भारी बैटरी और टॉर्क → स्टार्ट-अप एक्सीलरेशन पर ट्रेड पर ज़्यादा दबाव।
- सड़क की स्थिति: गड्ढे, उबड़-खाबड़ सतहें, unequal road camber आदि टायर सदनों को प्रभावित करती हैं।
- ड्राइविंग स्टाइल: अचानक ब्रेकिंग और तेज़ स्टार्ट से ट्रेड जल्दी खुश्क हो जाते हैं।
- प्रेशर का ध्यान न देना, समय-समय पर रोटेशन और अलाइनमेंट न कराना।
टायर का प्रकार, साइज़ और ब्रांड का असर
- OEM vs Aftermarket: OEM टायर अधिक भरोसा देते हैं, लेकिन महंगे। Aftermarket कम कीमत पर अच्छे विकल्प देते हैं, पर load-rating, टिकाऊपन और warranty पर ध्यान देना ज़रूरी है।
- ब्रांड: MRF, Apollo सस्ते से मध्यम प्रीमियम; Michelin, Bridgestone आदि प्रीमियम ब्रांडों में कीमत और क्वालिटी दोनों ही ऊपर होती है।
- साइज़: बड़े रिम्स, वाइड टायर्स और प्रीमियम प्रोफाइल टायर्स कीमत में भारी वृद्धि करते हैं।
भारत में EV टायर रिप्लेसमेंट कॉस्ट (2025 अपडेट)
नीचे कुछ लोकप्रिय EV मॉडलों के लिए 2025 डेटा के आधार पर टायर कीमतों का अनुमान है:
| मॉडल | टायर साइज़ | सबसे सस्ता विकल्प | प्रीमियम विकल्प | अतिरिक्त जानकारी |
|---|---|---|---|---|
| Tata Nexon EV Prime | 215/60 R16 | ₹5,000-₹6,000 (MRF/Apollo) | ₹9,000-₹13,000+ (Michelin/Bridgestone) | फिटिंग + बैलेंसिंग/अलाइनमेंट ~₹500-₹1,000 प्रति टायर |
| Tata Tiago EV | 175/65 R14 | ₹3,000-₹4,000 (Aeolus/CEAT) | ₹6,500-₹8,000+ (प्रीमियम ब्रांड) | छोटे साइज़ के कारण रिप्लेसमेंट सस्ता |
| MG Windsor EV | 215/55 R18 | ₹5,500-₹7,000 (Apollo/MRF) | ₹12,000-₹16,000+ (Michelin) | बड़े टायर और प्रीमियम ब्रांड होने से कीमतें ऊँची |
| Tata Punch EV | 195/60 R16 | ₹4,500-₹6,500 | ₹9,000-₹12,000+ | नया मॉडल; फ्रंट/रियर टायर कीमतों में थोड़ी वैरिएशन |
GST और एड-ऑन चार्ज: वास्तविक परिदृश्य

GST और अन्य फीस टायर रिप्लेसमेंट की कुल लागत में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:
- GST रेट: टायर पर मुख्य रूप से 28% है।
- जब फिटिंग, सर्विस/डिस्पोजल आदि जोड़ते हैं, तो कुल एड-ऑन (GST + फीस) आमतौर पर 10-15% (कभी-कभी 20%) तक हो जाता है।
- उदाहरण के लिए: अगर Tata Nexon EV का टायर सेट बेस प्राइस ₹25,000 है, और उस पर GST + अन्य सर्विस/फीज़ जोड़ें, तो पूरा बिल आमतौर पर ₹28,000-₹29,000 (लगभग 12% अधिक) होगा।
- 2025 अपडेट: GST reforms से टायर उत्पादन की लागत थोड़ी कम हुई है, लेकिन उपभोक्ता पर इसका असर मामूली रहा है (2-5% तक की छूट संभव)। डीलर अक्सर “इंक्लूसिव प्राइस” देते हैं, लेकिन बिल में ब्रेकडाउन देखने पर ये एड-ऑन खर्च सामने आते हैं।
- वैरिएशंस: बड़े शहरों और प्रीमियम ब्रांड्स (जैसे Michelin) में ये एड-ऑन 15% से ऊपर हो सकते हैं; बजट ऑप्शन्स में 8-10% तक सीमित। EV टायर्स, जो भारी होते हैं, पर सर्विस चार्ज सामान्य टायर्स से 10-20% ज़्यादा लग सकते हैं।
कुल खर्च: सिर्फ टायर ही नहीं
- फिटिंग शुल्क, बैलेंसिंग, अलाइनमेंट आदि: आमतौर पर प्रत्येक टायर पर ₹200-₹1,000 तक खर्च हो सकता है।
- अन्य फीस जैसे डिस्पोजल, सर्विस चार्जिंग: पुराने टायर हटाने, शोर प्रूफिंग आदि खर्च भी हो सकते हैं।
- टायर लाइफस्पैन: EVs में सड़कों की स्थिति, रखरखाव और ड्राइविंग की आदतों के कारण टायर अक्सर 30,000-50,000 किमी में बदलने की ज़रूरत होती है; बेहतर रखरखाव से यह बढ़ सकता है।
रखरखाव टिप्स (मेरी सलाह)
- टायर प्रेशर नियमित जांचें (कम-से-कम हर 15 दिन में)।
- टायर रोटेशन और अलाइनमेंट समय-समय पर करवाएँ।
- एक्सीलरेशन और ब्रेकिंग को धीरे रखें, especially शुरू और खत्म में।
- सड़क की स्थिति का ध्यान रखें; पक्की सतहों पर चलने की कोशिश करें यदि संभव हो।
- बजट और प्रीमियम ब्रांडों को तुलना करें; EV-specific टायर्स में निवेश लंबी अवधि में लाभदायक हो सकता है।
निष्कर्ष
भारत में EV Tyre Replacement Cost India लगभग इस तरह है:
- एक एंट्री-लेवल टायर की कीमत ₹3,000-₹7,000 हो सकती है।
- प्रीमियम ब्रांड और बड़े साइज़ के टायर्स के लिए खर्च ₹10,000-₹13,000+ प्रति टायर हो सकता है।
- यदि आप पूरी टायर सेट बदलें (4 टायर), तो कुल खर्च ₹20,000-₹50,000+ हो सकता है, ब्रांड और साइज़ पर निर्भर करते हुए।
- GST और अन्य सर्विस/फीज़ को प्राथमिकता से जांचें क्योंकि ये कुल बिल में 10-15%, कभी-कभी 20% तक इजाफा कर देते हैं।
“अगर आप अभी भी सोच रहे हैं कि EV लें या पेट्रोल कार, तो हमारा डिटेल्ड गाइड Pros and Cons Electric vs Petrol Car India – खरीदने से पहले ज़रूर पढ़ें आपको सही निर्णय लेने में मदद करेगा।”
FAQs
Q1. क्या EV टायर ICE कारों की तुलना में ज़्यादा महंगे होते हैं?
हाँ, अक्सर होते हैं क्योंकि EVs का वजन और torque ज़्यादा होता है, जिससे टायर की विशेषताएँ (load index, tread design, roll-resistance) विशेष हों।
Q2. क्या OEM टायर बेहतर होते हैं या Aftermarket?
OEM टायर विश्वसनीयता और warranty के साथ आते हैं, लेकिन Aftermarket में सस्ते विकल्प मिल सकते हैं—बस load index और सुरक्षा मानकों की जाँच ज़रूर करें।
Q3. GST और सर्विस चार्ज कैसे काम करता है?
टायर पर GST लगभग 28% है। अन्य सर्विस/फीज़ जैसे फिटिंग, बैलेंसिंग, डिस्पोजल मिलाकर कुल एड-ऑन सामान्यतः 10-15%, कभी-कभी 20% तक बन जाता है।
Q4. टायर लाइफस्पैन कितना होता है और कैसे बढ़ाएँ?
EVs में साधारण रूप से 30,000-50,000 किमी; लेकिन अगर प्रेशर सही हो, नियमित रखरखाव हो और सड़कें अच्छे हों, तो 60,000 किमी तक भी चलेगा।
Q5. एक टायर बदलने की बजाए पूरा सेट बदलना बेहतर है?
भले ही सिर्फ दो टायर घिसे हों, लेकिन handling और सेफ्टी के लिए सभी टायरों की स्थिति एक जैसी होनी चाहिए। कई लोग दो-दो टायर बदलते हैं, लेकिन सेट बदलना लंबे समय में फायदा दे सकता है।
Disclaimer
यह लेख सितंबर 2025 तक सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटा (TyreDekho, CarDekho, Spinny, TyresnMore, Team-BHP आदि) पर आधारित अनुमान है। वास्तविक कीमतें आपके शहर, ब्रांड, टायर साइज़, फिटिंग शुल्क, सड़क की हालत और उपयोग के तरीके के अनुसार बदल सकती हैं। टायर खरीदने या रिप्लेसमेंट कराने से पहले स्थानीय डीलरों से सत्यापित कोटेशन अवश्य लें।






